Wednesday 14 December 2016

३० दिसम्बर के बाद होगी आपकी अदालत ... रंगकर्मी - तुषार म्हास्के

अब तो हद्द हो गई देशभक्ति का नारा इस तरह चल रहा है .....भाईयों और बहनों ....
अब तो मैं सोचने लगा हूँ ...अब मुझे समझ आ रहा है ....अरे यार सोचने का समय अब नहीं है ...अब ३० दिसम्बर तक सब जन राह देख रहे हैं ... आप तो खुले आम बोले थे ५० दिन का समय ...आपको जनता ने ये भी अच्छे दिनों के झांसे में दे दिया हैं ....अब तो आप को सोचना नहीं है ...अब जनता सोचेगी ....भाईयों और बहनों ..मरने वाला कोई अमीर नहीं रहा ....
लाइने गरीबोंने लगाईं ...जिसे आप काला धन कहते हो ....गरीबोंने लाइन में खडा रहकर निकाला ...बीजेपी नेताओं के बेटियोकी शादी शाही रुबाब में होती गई ...हमारी बेटीयाँ हलद चढ़ाएं लाइन में खड़ी रही ....किसानोकी फसल खराब होगई ...नई फसल बोने के लिए पैसा पैसा करते इन्तजार करते रहें ...आपके झांसे कम नहीं हुए सामान्य

जनता को चोर कहने की नौबत आई .....तभी भी जनता इस आपमान को अनदेखा करते रही ....क्योंकि आशा की किरण अच्छे दिनों का झांसा देते रही ......अपने रिश्तो दारोंसे झगड़कर जनता आपके साथ खड़ी रही ....अब जब पैसा बीजेपी नेताओंसे निकलने लगा ....लाइन में खड़े ना रहकर

पूंजी पतियोंके पास से बारामत होने लगे ...और हमारे भाई - बहन ,चाचा - चाची , दादा - दादी ,बेटा - बेटी , मां -पिताजी लाइनों में २००० के नोटों का इन्तजार करते रही .....साधारण व्यापारी रोने लगा चंद पैसे के लिए अब रोने लगा ....काला धन तो रोका नहीं आप तो विपक्षोके सवालोनेसे भागते रहे .....हमारा पैसा बिग बजार में तो पहुँच गया ...किन्तु सरकारी बैंक में पैसा अभी तक गया नहीं .....दिनभर काम करके पैसा लेने वाले भाई ....एक महीने से काम करते रहे पैसे की बात दिल में दबाए काम वाली बाई बरतन मांजते रही ....
एक के पीछे दुसरा दिन कांटते रही ....उस परेशानी को बिना समजे हमारे सूट बूट वाले भाई कार्ड हात में लिए नाचते रहे ...और दुनिया को देशभक्ति का पाठ पढ़ाते गये ....उस गरीब के दर्द को ना समजकर .आपके भक्ति का प्रचार करते रहे ....ये कैसी संवेदना हैं ....जो एक दुसरे को टिका - टिप्पणी करने लगे .... डिजिटल इंडिया का झांसा सामने आया .....काले धन का परिवर्तन कैशलेस में हुआ ....आपके नेता जनता पर काले धन रखने वाला कहने लगी ...क्योंकि जिसके पास पैसा नहीं दिखा वह २,५०,००० के उपर बैंक में जमा होनेसे चोर कहने का अवसर उनके सामने आया .....वहीपर जनधन वाले खाते बदनाम होने लगे ....लोगो के हित वाले खाते लोगोंके दुश्मन होने लगे ....अपना पैसा अपने लिए मुसीबत बन गया और उस पैसे का हाल बेहाल होगया ...जनता को डर लगने लगा कहीं उनके उपर आरोप तो नहीं लग रहे हैं .....कितने अमीर लोगो ने पैसे को जला दिया ,कितनो ने लुटा दिया कितनो ने advance payment दे दिया ....काला तो काला न रहा उसे ५० % देकर सफ़ेद किया गया ....इतना सब होने के बाद corruption तो रुका नहीं ...लाखो करोडो के नए नोट बारामत होने लगे ...आपने सफेद धन ने उसे सफ़ेद नहीं रखा आपकी सिस्टम ने उसे भी काला बना दिया ....आप के निर्णय से लिया गया फैसला ...आपने कहाँ था corruption होगा नहीं ...तो इतना पैसा कब और कैसे बाहर
निकला उसमें आपके बनाए नये नोट दिखने लगे .....क्या मोदीजी सवाल उठता है आप पर ...तो अच्छे दिनों का झांसा क्यों दिया ...क्यों हमारे भाइयों को लाइन में खडा किया गया ...अपने पैसे के लिए तडपना पडा ...और अभीतक पैसा हात में आया नहीं ...हवाला कारोभारी पैसे लेकर मालामाल होते गये .....किसानों का अनाज रास्ते पर ...खडा खडा सड़ रहा हैं ...इसपर कोई बोला नहीं ....किसीने आवाज उठायी तो उसे देशद्रोही बनाया गया ...बाबा रामदेव जैसे लोग ...अर्थ निति कार बन गये ....बर सामान्य जनता बरदाश्त करती रही ....यहाँ पर डिजिटल उपयोग लोग करेंगे तो उसका tax २ से ३ % भरेगा कौन ...जो कैश पे नहीं उसका तो जिक्र भी नहीं हुवा ....मोदीजी
जियो को बेचने लगे ...मालुम गिरा तो ५०० रु जुलमाना देकर छोड़ा गया ...अब मोदीजी paytm की advtg पे नजर आने लगे ....क्या बात है डिजिटल इंडिया सामने दिखने लगा ....अब कल रात को सुचना मिली आपका मोबाइल सेफ नहीं
उसे कोई भी हैक कर सकता है ...आप ये app ना रखे ...अब जिसे हैक करना हैं वो तो करेगा ....क्या हवा आपका डिजिटल के सपने में अब डर लगने लगा ....अब ये बात बोलना मैं अब सोचने लगा हूँ ...समजने लगा हूँ ...भाईयों और बहनों .....ये बातों को जनता भूलेगी नहीं .... ३० दिसम्बर के बाद होगी आपकी अदालत ...भाईयों और बहनों .....फिर आयँगे अच्छे दिन ....





रंगकर्मी 
तुषार म्हस्के

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